महा योद्धा नारी उन महान योद्धाओं की जो न तो अपनों की देखरेख की तनखा लेती और न ही कभी कोई छुट्टी बिना खुद की परवा किए वे अपना सारा जीवन अपनो के लिए गुजार देती है। और यदि बदले में कुछ मांगती है तो वह है कि उनके अपने उनकेा प्रेम व स्नेह दे। बिल्कुल सही पहचाना अपने मैं किसी और की नहीं उन लाखों करोढो महिलाओं की जो कोई और नहीं वे हमारी माँ, बहन और हमारी पत्नियां है। सरकार ने इस महामारी के चलते सबका सम्मान किया व स्वंय को सभी योद्धाओं व अन्य सहायक कर्ताओं का कर्जदार बताया और आगे बढ गई। परन्तु इन सब के बीच जो हमारी योद्धा थी वह आज तक अपने सम्मान के लिए आगे नही आ पाई क्योंकि वह आज भी घर के काम में ही व्यस्त हैं। तो चलिए जानते है इस महायोद्धा के बारे में। ऽ नारी क्या है।- नारी वह रचना है जिसको देवताओं ने भी पूजा है एंव जिसके घर में न होने से घर की रोनक चली जाती है। यह बात पूरी तरह से सत्य है कि नारी ईश्वर की अद्वितीय रचना हैं। अगर यही बात मैं आसान भाषा में कहूं कि नारी ईश्वर द्वारा बनाई वह रचना है जो स्वंय कि इच्छाओं को मार कर अपनें प्रियजनों की खुशियों का रखती वह नारी...